अपरा एकादशी 2025: अदृश्य बाधाओं से मुक्ति और आत्मिक शांति का दिव्य अवसर

कभी ऐसा महसूस हुआ है कि आप पूरे मन से मेहनत करते हैं, लेकिन परिणाम मनचाहे नहीं मिलते? जैसे हर बार कोई न कोई रुकावट आपके रास्ते में आ जाती है — जिसे आप देख नहीं सकते, लेकिन महसूस जरूर करते हैं। यह स्थिति जीवन में निराशा और असहायता की भावना पैदा करती है। ऐसे समय में अध्यात्म और शास्त्रों में छुपे समाधान हमें गहरी राहत दे सकते हैं।

Sh. Anil Gupta

5/20/20251 min read

अपरा एकादशी क्या है?

23 मई 2025 को आ रही है अपरा एकादशी, जो कि भगवान विष्णु को समर्पित एक अत्यंत पुण्यदायक व्रत है। इसे 'अचला एकादशी' भी कहा जाता है। यह व्रत ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को आता है और इसका महत्व सिर्फ एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि कर्मों की शुद्धि और आत्मा की उन्नति के रूप में देखा जाता है।

शास्त्रों में उल्लेख और मान्यता

पुराणों के अनुसार, जो व्यक्ति इस दिन व्रत और दान करता है, उसे जीवन के अनेक पापों से मुक्ति मिलती है। मान्यता है कि:

  • यह व्रत पूर्व जन्मों के पापों का शमन करता है

  • करियर, व्यवसाय और वैवाहिक जीवन में आई बाधाओं को दूर करता है

  • मानसिक शांति और आत्मबल में वृद्धि करता है

  • मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति भी संभव होती है

क्यों होती है अदृश्य बाधाएं?

ज्योतिष के अनुसार, कई बार हमारे जीवन में ऐसी ग्रह दशाएं होती हैं जो निरंतर संघर्ष की स्थिति पैदा करती हैं। राहु, केतु, शनि या चंद्र की प्रतिकूल स्थितियां अक्सर मानसिक और भौतिक जीवन में बाधा देती हैं। लेकिन जब इन बाधाओं से मुक्ति के लिए आध्यात्मिक मार्ग अपनाया जाता है, तो अद्भुत परिणाम देखने को मिलते हैं।

अपरा एकादशी पर करें यह विशेष उपाय

यदि आप जीवन में बार-बार रुकावटों, आर्थिक तंगी या मानसिक बेचैनी से जूझ रहे हैं, तो इस एकादशी पर यह सरल उपाय करें:

  1. प्रातः स्नान के बाद पीले वस्त्र पहनें

  2. भगवान विष्णु की प्रतिमा या चित्र के समक्ष दीप जलाएं

  3. विष्णु सहस्त्रनाम का श्रद्धा से जाप करें

  4. तुलसी के 11 पत्ते भगवान को अर्पित करें

  5. दिनभर सात्त्विक व्रत रखें और जल का सेवन करें

इस उपाय से लाभ क्या मिल सकता है?

  • आपकी आध्यात्मिक ऊर्जा बढ़ेगी

  • शारीरिक, मानसिक और आर्थिक स्तर पर राहत महसूस होगी

  • कुंडली में मौजूद ग्रह बाधाएं शांत होंगी

  • कार्यों में आने वाली रुकावटें कम होंगी

  • एक नई सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा

दान का महत्व इस दिन और बढ़ जाता है

इस दिन जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र, जल पात्र, पंखा, या पीले फल जैसे आम का दान करना अत्यंत पुण्यदायक होता है। यह न केवल आपके पुण्यों को बढ़ाता है, बल्कि आपके जीवन में स्थायित्व और शुभता भी लाता है।